
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भारत के दौरे पर आने वाले हैं। उनका दौरे की जानकारी ऐसे समय में आई है, जब सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच रक्षा समझौता हुआ है। इसके साथ ही गाजा युद्ध को लेकर तनाव जारी है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू जल्द ही भारत का दौरा करने वाले हैं। उनके इस साल के अंत तक भारत आने की उम्मीद है, जो 7 सालों में उनकी पहली यात्रा होगी। इसके पहले नेतन्याहू साल 2018 में नई दिल्ली के दौरे पर आए थे। इजरायली मीडिया आउटलेट आई24 न्यूज ने ये जानकारी देते हुए बताया कि अभी यात्रा की तारीख तय नहीं हुई है, लेकिन इसका उद्येश्य दोनों देशों के बीच राजनीतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करना है। भारत और इजरायल के बीच हाल के वर्षों में संबंध तेजी से गहरे हुए हैं।
नेतन्याहू के भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अच्छे रिश्ते हैं, जिसका दोनों अक्सर प्रदर्शन भी करते हैं। नेतन्याहू की भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान रक्षा, प्रौद्योगिकी और व्यापार समेत विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के लिए चर्चा की योजना है। नेतन्याहू की यात्रा ऐसे समय में होने वाली है, जब यूरोप के साथ इजरायल के संबंधों में तनाव बढ़ा हुआ है। पश्चिमी देश गाजा में जारी युद्ध को लेकर इजरायल पर लगातार दबाव बना रहे हैं।
एशिया की तरफ रणनीतिक झुकाव
इसे इजरायल के एशिया की तरफ रणनीतिक झुकाव के रूप में देखा जा रहा है। I24 न्यूज ने इजरायली अधिकारियों के हवाले से बताया है कि यह यात्रा द्विपक्षीय साझेदारी का विस्तार करने और क्षेत्रीय सहयोग को गहरा करने का मौका प्रदान करेगी। यह इजरायल की विदेश में भारत के बढ़ते महत्व को दर्शाता है।
भारत-इजरायल की मजबूत दोस्ती
हाल के वर्षों में भारत और इजरायल की दोस्ती मजबूत बनकर उभरी है। इजरायल भारत के सबसे बड़े रक्षा आपूर्तिकर्ताओं में शामिल है। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2020 से 2024 के दौरान इजरायल भारत का तीसरा सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता था। इस दौरान भारत के हथियार आयात में इसकी जिम्मेदारी 13 फीसदी थी। वहीं, इजरायल के कुल निर्यात का 34 प्रतिशत प्रतिशत भारत को भेजा गया।
नेतन्याहू की भारत यात्रा पाकिस्तान और तुर्की के लिए संदेश है। तुर्की मध्य पूर्व में इजरायल का सबसे रणनीतिक प्रतिद्वंद्वी है। कतर पर हमले के बाद तुर्की को भी इजरायल के हमले का डर सता रहा है। वहीं, पाकिस्तान को इजरायल और भारत की दोस्ती का खौफ बना रहता है। हाल में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध के दौरा तुर्की ने इस्लामाबाद को हथियार भेजे थे। पाकिस्तानी सेना ने तुर्की युद्ध के दौरान तुर्की के ड्रोन का इस्तेमाल किया था। वहीं, इजरायल ने खुलकर भारत का साथ दिया था। भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के अंदर हमले करने के लिए इजरायली हथियारों का इस्तेमाल किया था।