
भारत और कनाडा के बीच तनावपूर्ण रिश्तों में अब एक नई शुरुआत होती दिख रही है। भारत सरकार ने सीनियर राजनयिक दिनेश के पटनायक (Dinesh K. Patnaik) को कनाडा में भारत का नया उच्चायुक्त (High Commissioner) नियुक्त किया है। कनाडा में यह पद पिछले दस महीनों से खाली था। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार, 28 अगस्त को इसकी आधिकारिक तौर पर घोषणा करते हुए बताया कि पटनायक जल्द ही कनाडा की राजधानी ओटावा में अपना पद और कार्यभार संभालेंगे।
वहीं मीडिया रिपोर्टस की मानें तो कनाडा की ओर से भी जल्द ही क्रिस्टोफर कूटर को भारत में नया उच्चायुक्त नियुक्त किए जाने की संभावना है। कूटर इससे पहले दक्षिण अफ्रीका में उच्चायुक्त और इजरायल में चार्ज द’अफेयर्स रह चुके हैं। भारत-कनाडा विवाद के बाद पहली नियुक्ति यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब भारत और कनाडा के रिश्ते लंबे समय से तनाव में हैं। पिछले साल खालिस्तानी अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद दोनों देशों में कूटनीतिक खींचतान शुरू हो गई थी।
कनाडा ने भारतीय राजनयिकों से पूछताछ करने की कोशिश की थी, जिसके बाद भारत ने भी ओटावा से अपने दूतावास के कई अधिकारियों को वापस बुला लिया था। इसके साथ ही छह कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया था। इस विवाद के चलते दोनों देशों में उच्चायुक्त का पद महीनों तक खाली रहा। अब पटनायक की नियुक्ति को रिश्तों में सुधार की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।
Who is Dinesh K Patnaik:
दिनेश के पटनायक भारतीय विदेश सेवा (IFS) के 1990 बैच के अधिकारी हैं और फिलहाल स्पेन में भारत के राजदूत के रूप में कार्यरत थे। उन्हें तीन दशकों से अधिक का राजनयिक अनुभव है। उन्होंने भारत के मिशनों में जिनेवा, ढाका, बीजिंग और वियना में भी जिम्मेदार पदों पर काम किया है। पटनायक 2016 से 2018 तक ब्रिटेन में भारत के उप उच्चायुक्त रहे, जहाँ उन्हें भारतीय प्रवासी समुदाय में खालिस्तान समर्थक गतिविधियों से निपटने का अनुभव भी मिला।
यही अनुभव उन्हें कनाडा जैसे संवेदनशील देश में बड़ी जिम्मेदारी निभाने में मदद करेगा। विदेश मंत्रालय में भी उन्होंने अफ्रीका, पश्चिमी यूरोप, संयुक्त राष्ट्र और बाहरी प्रचार से जुड़े डिवीज़न में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाई हैं।
India Canada Relations:
रिश्तों में सुधार की कोशिश इस नियुक्ति से ठीक एक महीने पहले भारत और कनाडा के बीच नई दिल्ली में बातचीत हुई थी। कनाडा के इंडो-पैसिफिक मामलों के असिस्टेंट डिप्टी मिनिस्टर वेल्डन एप भारत आए थे और दोनों पक्षों ने आपसी चिंताओं पर चर्चा की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने भी जी7 सम्मेलन के दौरान मुलाकात कर रिश्तों को रीसेट करने पर सहमति जताई थी। भारत की ओर से सबसे बड़ी चिंता कनाडा में सक्रिय खालिस्तानी तत्व हैं, जबकि कनाडा भारतीय आपराधिक गिरोहों की गतिविधियों और भारत में अपने राजनयिकों की संख्या बढ़ाने पर जोर दे रहा है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि पटनायक की नियुक्ति भारत- कनाडा रिश्तों में नई ऊर्जा भर सकती है। उनका अनुभव, खासकर प्रवासी भारतीयों से जुड़े मसलों पर, दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली में अहम साबित होगा। अब देखना होगा कि यह नियुक्ति पिछले एक साल से बिगड़े रिश्तों को कितना सुधार पाती है।